अर्थव्यवस्था को कोरोना के प्रभाव से जल्दी बाहर निकालना प्राथमिकता: पीएम मोदी


नयी दिल्ली, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने वैश्विक अर्थव्यवस्था में भारत के योगदान को बढ़ाने पर जोर देते हुये आज कहा कि देश की अर्थव्यवस्था को कोरोना के प्रभाव से जल्दी से जल्दी बाहर निकालना उनकी प्राथमिकता है और इसके लिए 110 लाख करोड़ रुपये की सात हजार से अधिक परियोजनायें चिंन्हित की गयी हैं।



श्री मोदी ने 74वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर लाल किले की प्राचाीर से राष्ट्र को संबोधित करते हुये कहा कि आज दुनिया आपस में जुड़ा है और दुनिया स्वतंत्र भी है। इसलिए समय की मांग है कि विश्‍व अर्थव्‍यवस्‍था में भारत जैसे विशाल देश का योगदान बढ़ना चाहिए। विश्‍व कल्‍याण के लिए भी ये भारत का कर्तव्य है। भारत को अपना योगदान बढ़ाना है तो भारत को स्‍वयं को सशक्‍त होना होगा, भारत को आत्‍मनिर्भर होना होगा। भारत को जग कल्‍याण के लिए भी अपने आप को सामर्थ्‍यवान बनाना ही पड़ेगा। जब हमारी जड़ें मजबूत होंगी, हमारा अपना सामर्थ्‍य होगा तो हम दुनिया का भी कल्‍याण करने की दिशा में कदम उठा सकते हैं।

उन्होंने कहा कि देशवासियों के जीवन को, देश की अर्थव्‍यवस्‍था को कोरोना के प्रभाव से जल्‍दी से जल्‍दी बाहर निकालना आज उनकी प्राथमिकता है। इसमें नेशनल इंफ्रास्ट्रक्चर पाइपलाइन परियोजना की महत्ती भूमिका होगी। इस पर 110 लाख करोड़ रूपये से भी ज्‍यादा खर्च किये जाएंगे। इसके लिए अलग-अलग सेक्‍टर में लगभग सात हजार परियोजनाओं की पहचान कर ली गई है। इससे देश के समग्र इंफ्रास्ट्रक्चर विकास को एक नई दिशा भी मिलेगी, एक नई गति भी मिलेगी। कोरोना जैसी संकट की घड़ी में जितना ज्‍यादा इंफ्रास्ट्रक्चर को बल दिया जाएगा उससे आर्थिक गतिविधियां बढ़ेगी और लोगों को रोजगार मिलेगा। उससे जुड़े हुए कई काम एक साथ चलने लगेंगे। छोटे-बड़े उद्योग, किसान और मध्‍यम वर्ग को इसका बहुत लाभ होगा।