शिवपाल यादव का यह फैसला, यूपी की राजनीति में परिवर्तन के बड़े संकेत




लखनऊ, प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष शिवपाल यादव ने एक बार फिर चौंकाने वाला फैसला लेकर, यूपी की राजनीति मे परिवर्तन के बड़े संकेत दियें हैं।



राष्ट्रीय अध्यक्ष शिवपाल यादव के निर्देश पर प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के सभी प्रवक्ता व पैनलिस्ट का मनोनयन तत्काल प्रभाव से भंग कर दिया है। प्रसपा के राष्ट्रीय महासचिव आदित्य यादव ने इस संबंध में आदेश  जारी करते हुए कहा है कि अब सभी पैनलिस्ट किसी टीवी चर्चा में अगले आदेश तक भाग नहीं लेंगे। पार्टी ने डा. सीपी राय (मुख्य प्रवक्ता) के साथ साथ 32 अन्य प्रवक्ता व पैनलिस्ट बना रखे थे। जो टीवी डिबेट मे प्रसपा का पक्ष रखते थे।



शिवपाल यादव के इस फैसले के बाद से यूपी मे बड़े राजनैतिक उथल पुथल की चर्चा और तेज हो गई है। इस फैसले को शिवपाल यादव के समाजवादी पार्टी की ओर झुकाव के रूप मे देखा जा रहा है।



सबसे पहले अखिलेश यादव ने शिवपाल सिंह की सदस्यता रद्द करने वाली याचिका वापस ली थी। इसके बाद अखिलेश यादव ने टीवी इंटरव्यू मे जसवंत नगर सीट छोड़ने की बात कही थी। उन्होने कहा कि जसवंत नगर सीट , जहां से शिवपाल सिंह विधायक हैं, समाजवादी पार्टी अपना उम्मीदवार नही उतारेगी।



फिर शिवपाल सिंह ने सदस्यता रद्द करने वाली याचिका वापस लेने पर अखिलेश यादव को पत्र लिखकर थैंक्यू कहा था और अब अपनी पार्टी के साभी प्रवक्ताओं व पैनलिस्ट का मनोनयम खत्म करना इसी बात का संकेत माना जा रहा है कि दोनों के बीच नजदीकियां बढ़ रही हैं। ये नजदीकियां यूपी मे बड़ा राजनैतिक परिवर्तन ला सकतीं हैं।