केजरीवाल सरकार पर झूठ बोलकर मजदूरों को बेवकूफ बनाने का आरोप




नयी दिल्ली, केजरीवाल सरकार पर झूठ बोलकर मजदूरों को बेवकूफ बनाने का आरोप लगाया गया है।



दिल्ली प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष चौधरी अनिल कुमार ने केजरीवाल सरकार पर झूठ बोलकर लोगों विशेषकर प्रवासी मजदूरों को बेवकूफ बनाने का आरोप लगाया है।
चौ. अनिल ने कहा कि ट्रांसपोर्ट माफिया के साठगांठ के जरिये गरीब प्रवासी श्रमिकों को लूटा जा रहा है, उनको नोएडा बॉर्डर से उत्तर प्रदेश के जिलों में लेकर जाने के लिए 4000-5000 रुपये वसूले जा रहे है जबकि बस का वास्तविक किराया 350-500 रुपये है। उन्होंने कहा कि उन्हें यह जानकर आश्चर्य हुआ कि जब सोमवार की रात लगभग एक बजे जब प्रवासी श्रमिकों से मुलाकात करके पता चला कि नोएडा बार्डर से उतर प्रदेश ले जाने के कई गुणा किराया वसूला जा रहा है।
उन्होंने आरोप लगाया कि कोविड-19 महामारी के कारण बेरोजगार हुए खाली पेट प्रवासी श्रमिकों को दिल्ली से उत्तर प्रदेशों के मूल स्थानों पर भेजने के लिए अत्यधिक किराया वसूलने में केजरीवाल सरकार की ट्रांसपोर्ट माफिया के साथ मिली भगत है। उन्होंने कहा कि अगर केजरीवाल सरकार जिम्मेदारी उठाने के लिए तैयार नहीं है, तो दिल्ली कांग्रेस श्रमिकों को भेजने की यात्रा लागत वहन करने की पेशकश की थी। उन्होंने कहा कि न तो दिल्ली सरकार ने दिल्ली कांग्रेस के प्रस्ताव को स्वीकार किया और न ही प्रवासी श्रमिकों को भेजने और उनके भोजन की व्यवस्था की, क्योंकि केजरीवाल प्रवासी श्रमिकों की दुर्दशा के प्रति बहुत असंवेदनशील थे।
उन्होंने आरोप लगाया कि प्रवासी श्रमिकों के लिए परिवहन की व्यवस्था में भारी भ्रष्टाचार है क्योंकि केजरीवाल सरकार परिवहन माफिया के साथ मिली हुई है। उन्होंने उपराज्यपाल को पत्र लिखकर दोषियों को सुनिश्चित करने के लिए उच्च-स्तरीय जांच की मांग की है।
कांग्रेस नेता ने केजरीवाल सरकार से पूछा कि लॉकडाउन में सार्वजनिक और निजी परिवहन को अनुमति देने से पहले लॉकडाउन नियमों को ध्यान में रखते हुए क्या किसी विशेषज्ञ की राय ली है और क्या तैयारी राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एनडीएमए) अधिनियम के अनुसार की गई है। क्या डीटीसी बसों, ऑटो-रिक्शा/ई-रिक्शा को चलाने की अनुमति देने के लिए उचित सैनिटाईजेशन और सामाजिक दूरी रखने की प्रक्रिया पर अमल किया जा रहा है और ऑड-ईवन आधार पर बाजारों में दुकानें खोलने के लिए क्या मापदंड अपनाए जा रहे है।