टाइम्स रैंकिंग की पारदर्शिता पर उठा सवाल, सभी आईआईटी ने लिया बड़ा फैसला ?

नयी दिल्ली,  भारतीय प्रौद्योगकी संस्थानों (आईआईटी) ने टाइम्स हायर एजूकेशन की विश्व रैंकिंग में इस वर्ष भाग न लेने का फैसला किया है।


हर साल ये सभी आईआईटी इस रैंकिंग में भाग लेते रहे हैं और उन्हें जो रैंक मिलती रही है उसे ब्रांडिंग के तौर पर उल्लेख करते रहे हैं लेकिन


इस बार उन्होंने टाइम्स रैंकिंग की पारदर्शिता पर सवाल उठा दिया है और विरोध स्वरूप इसमें भाग न लेने का फैसला किया है।


इन आईआईटी में दिल्ली, मद्रास, मुम्बई, खड़गपुर, रुड़की और गुवाहाटी भी शामिल हैं।


इन सभी आईआईटी की ओर से जारी एक संयुक्त बयान में कहा गया है,“ जब टाइम्स एजूकेशन रैंकिंग निर्धारित करने वाली संस्था अपनी


रैंकिंग की पारदर्शिता और मानकों को विश्वसनीय बना देगी, हम लोग अगले वर्ष इसमें भाग लेने के बारे में फिर से विचार करेंगे लेकिन इस


साल भाग नहीं लेंगे।”


दुनिया मे टाइम्स रैंकिंग और क्यूएसएस रैंकिंग दो सबसे बड़ी रैंकिंग मानी जाती हैं।


अगर इसके 200 शीर्ष रैंकिंग में भारत के आईआईटी आते तो अकादमिक जगत में बड़ी घटना मानी जाती है।


इनकी रैंकिंग के मानकों को देखते हुए भारत ने अपनी डाइनिंग शुरू कर दी है।