सुनिश्चित किया जाए कि उप्र में कोई भूखा न रहे-मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ

लखनऊ, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि लाॅकडाउन के चलते सुनिश्चित किया जाए कि प्रदेश में कोई भूखा न रहे। श्री योगी ने गुरूवार को लोक भवन में एक उच्चस्तरीय बैठक में लाॅकडाउन व्यवस्था की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि


प्रत्येक दशा में यह सुनिश्चित किया जाए कि राज्य में कोई भूखा न रहे। कोविड-19 के संक्रमण से उत्पन्न विशेष परिस्थितियों में गरीबों को राहत पहुंचाने के लिए राज्य में आगामी 30 जून तक सार्वजनिक वितरण प्रणाली का शुरू की जाये । उन्होंने कहा कि इसके तहत यह सुनिश्चित किया जाए कि ग्रामीण और शहरी इलाकों में प्रत्येक जरूरतमंद को राशन अवश्य मिले, भले ही उसके पास राशन कार्ड अथवा आधार कार्ड न हो। घुमन्तू समुदायों के लोगाें को भी खाद्यान्न उपलब्ध कराया जाए।


उन्होंने कहा कि लाॅकडाउन अवधि में प्रदेश सरकार द्वारा व्यापक स्तर पर कम्युनिटी किचेन और शेल्टर होम सफलतापूर्वक संचालित किए जा रहे हैं। कम्युनिटी किचेन और शेल्टर होम संचालन की यह उत्तम व्यवस्था आने वाले समय में भी इसी प्रकार जारी रखी जाए। मुख्यमंत्री ने कहा कि 14 दिन की संस्थागत क्वारंटीन अवधि पूरी करने के बाद शेल्टर होम से होम क्वारंटीन के लिए घर जाने वाले लोगों के स्वास्थ्य की अनिवार्य रूप से जांच की जाए। साथ ही, होम क्वारंटीन के लिए भेजते समय पात्र व्यक्तियों को खाद्यान्न पैकेट भी उपलब्ध कराया जाए।


उन्होंने कहा कि अस्पतालों में एन-95 मास्क, पी0पी0ई0 सहित संक्रमण से सुरक्षा के सभी उपकरण पर्याप्त मात्रा में अनिवार्य रूप से उपलब्ध रहें। यह सुनिश्चित किया जाए कि यह उपकरण निर्धारित मानक एवं गुणवत्ता के अनुरूप हों। उत्तर प्रदेश कोविड केयर फण्ड तथा एन0एच0एम0 में उपलब्ध धनराशि से पी0पी0ई0 क्रय किए जाएं। उन्होंने अधिकारियों को बायोसेफ्टी टेस्टिंग लैब्स की संख्या में वृद्धि किये जाने के निर्देश दिए।


मुख्यमंत्री ने कहा कि शिक्षण संस्थानों में विदेशी तथा अन्य राज्यों के छात्र-छात्राएं अध्ययनरत हैं। इन विद्यार्थियों की समस्याओं के समाधान के लिए प्रत्येक सम्बन्धित जिलों के लिये एक नोडल अधिकारी नामित किया जाए।