कोरोना वायरस के खतरे से निपटने के लिए, नेपाल ने उठाये सख्त कदम

काठमांडू, कोरोना वायरस के खतरे से निपटने के लिए, नेपाल ने  सख्त कदम उठायें हैं। नेपाल ने कोरोना वायरस के खतरे से निपटने के लिए आंशिक बंदी की है। सरकार ने अंतरराष्ट्रीय उड़ानों, लंबी दूरी के यातायात को निलंबित कर दिया और शैक्षणिक संस्थानों को बंद कर दिया है।
नेपाल कम्युनिस्ट पार्टी नीत सरकार ने निजी और सार्वजनिक क्षेत्र की गैर जरूरी सेवाओं को भी 23 मार्च से तीन अप्रैल तक के लिए रोक दिया है।


प्रधानमंत्री केपी शर्मा ने टेलीविजन के जरिये  राष्ट्र को संबोधित करते हुए कहा कि लंबी दूरी की परिवहन सेवाआएं 23 मार्च से अनिश्चित काल के लिए स्थगित रहेंगी। उन्होंने कहा कि त्रिभुवन अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से अंतरराष्ट्रीय उड़ाने 22 मार्च से 31 मार्च तक स्थगित रहेंगी। सभी स्कूल और महाविद्यालयों की परीक्षाएं भी स्थगित कर दी गई हैं। ओली ने कहा, कोई संक्रमित देश में दाखिल नहीं हो यह सुनिश्चित करने के लिए सरकार पड़ोसी देशों के साथ समन्वय कर सीमा चौकियों पर स्वास्थ्य डेस्क स्थापित करेगी। उन्होंने कहा कि सरकार निजी क्षेत्र में घर से काम को प्रोत्साहित करेगी। प्रधानमंत्री ने कालाबाजारी, जमाखोरी और कृत्रिम तरीके से बाजार में सामान की किल्लत पैदा करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की चेतावनी दी।


उल्लेखनीय है कि नेपाल में कोरोना वायरस संक्रमण का एक मात्र मामला सामने आया है लेकिन चीन और भारत के बीच अवस्थित होने की वजह से खतरा बना हुआ है। कोरोना वायरस के भय के चलते काठमांडू से हजारों लोग ग्रामीण क्षेत्रों में स्थित अपने-अपने घर जा रहे हैं। मंगलवार तक तीन लाख काठमांडू से जा चुके हैं। इस बीच, पशुपति क्षेत्र विकास न्याय ने बताया कि प्रसिद्ध पशुपति नाथ मंदिर में विशेष पूजा स्थगित कर दी गई है। हालांकि, नियमित पूजा पहले की तरह जारी है।


न्यास ने ‘‘ बागमाई आरती’’को भी रोक दिया है। पशुपतिनाथ मंदिर के करीब से बागमती नदी बहती है जिसके किनारे यह आरती होती है।
मंदिर प्रशासन ने कहा कि एक समय में 25 से अधिक लोगों को दर्शन करने के लिए मंदिर में प्रवेश करने नहीं दिया जाएगा। मंदिर परिसर में सेनिटाइजर उपलब्ध कराया जाएगा। एक अलग घटना में नेपाल पुलिस के साइबर ब्यूरो ने कोरोना वायरस को लेकर अफवाह फैलाने के आरोप में 20 वर्षीय युवक विवेक थापा मागर को गिरफ्तार किया गया है।