बालीवुड का खौफ डान रवि पुजारी , गिरफ्तारी के बाद भारत लाया गया

नई दिल्ली, कुख्यात गैंगस्टर रवि पुजारी को रविवार को रीसर्च ऐंड अनैलेसिस विंग और कर्नाटक पुलिस 


अधिकारी  भारत लेकर आए । ये दल तीन दिन से उसकी कस्टडी के लिए दक्षिण अफ्रीका सेनेगेल में डेरा डाले बैठे थे।


 इंटरपोल ने पुजारी और उसकी पत्नी पद्मा दोनों के खिलाफ रेड कॉर्नर नोटस जारी किया था।


करीब 20 साल से एजेंसियों की पकड़ से बाहर रहे कुख्यात गैंगस्टर रवि पुजारी को रविवार को रीसर्च


 ऐंड अनैलेसिस विंग और कर्नाटक पुलिस अधिकारी  भारत लेकर आए।


पैरिस के रास्ते पुजारी को भारत लाने वाला प्लेन रविवार दोपहर दिल्ली पहुंचा।


उसके खिलाफ बॉलीवुड स्टार्स और कई नामचीन कारोबारियों को उगाही के लिए धमकाने, हत्या सहित


करीब 200 केस दर्ज है।


इनमें से 90 केस कर्नाटक के हैं जिनमें से 39 बेंगलुरु और 36 मेंगलुरु के हैं।


सबसे चर्चित मामला बिल्डर ओमप्रकाश कुकरेजा की हत्या और सांसद मजीद मेमन की हत्या की कोशिश का था।


अबू सलेम, छोटा राजन, एजाज लकड़वाला के बाद पुजारी को भारत लाया जाना एक बड़ी सफलता के तौर पर देखा जा रहा है। 


पुजारी पहले सेनेगल में पकड़ा गया था और फिर जमानत पर रिहा होने के बाद 13 महीने पहले फरार हो गया थ। 


उसे शनिवार को दक्षिण अफ्रीका के दूरस्थ गांव में पकड़कर वापस सेनेगल ले जाया गया।


 डॉन रवि पुजारी का जन्म कर्नाटक में मेंगलुरु के माल्पे में हुआ। 


अंग्रेजी, हिंदी और कन्नड़ भाषाओं का जानकार पुजारी लगातार क्लास में फेल होने के कारण स्कूल से बाहर ही रहा।


 उसके परिवार में पत्नी, 2 बेटियां और एक बेटा है। 28 साल के बेटे की हाल ही में ऑस्ट्रेलिया में शादी हुई है। 


1990 में पुजारी मुंबई के अंधेरी में रहता था।


 वहां वह अन्य खतरनाक अपराधियों के साथ गैंगस्टर छोटा राजन के करीब आया।


जल्द ही  पुजारी भी छोटा राजन के गैंग में शामिल हो गया।


 1995 में बिल्डर प्रकाश कुकरेजा की चेंबूर में हत्या कर यह गैंग अचानक सुर्खियों


 में आ गया।



2000 में बैंकॉक में छोटा राजन पर दाऊद इब्राहिम के गुर्गों के हमले के बाद उसने खुद का गैंग बनाया। 


फिर उसने दुबई से उगाही का धंधा शुरू किया।