नयी दिल्ली , पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री प्रकाश जावडेकर ने सोमवार को कहा कि हाथियों के साथ संघर्ष में जनहानि रोकने के लिए श्रेष्ठ तौर-तरीके साझा किये जाने और प्रशिक्षण की जरूरत है।
श्री जावडेकर ने विश्व हाथी दिवस से दो दिन पहले यहाँ एक कार्यक्रम में मानव-हाथी संघर्ष प्रबंधन के श्रेष्ठ तौर-तरीकों पर एक पुस्तिका जारी की। उन्होंने कहा कि हाथी बहुत बुद्धिमान प्राणी है। आप कितनी भी बाधाएँ खड़ी कर दें, यदि उसे जंगल से बाहर जाना है तो वह जायेगा ही। इसलिए, हाथियों के साथ संघर्ष में जनहानि टालने के लिए समुचित प्रशिक्षण की जरूरत है। सभी राज्यों को एक-दूसरे के श्रेष्ठ तौर-तरीेके साझा करने चाहिये।
उन्होंने कहा, “हमें अपनी संस्कृति पर गर्व है कि लोग प्राणियों को नहीं मारते हैं, बल्कि उनकी रक्षा करते हैं। हाथियों और दूसरे जीवों के लिए जंगलों में खाद्य और पानी की उपलब्धता बढ़ाने के कार्यक्रम के परिणाम अगले साल से दिखने लगेंगे।”
पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन राज्य मंत्री बाबुल सुप्रियो ने कहा कि हर साल मानव-हाथी संघर्ष में 500 लोगों की जान चली जाती है। साथ ही 100 हाथियों की भी मौत हो जाती है। उन्होंने कहा, “हमें दूसरे जीवों के सहअस्तित्व के बारे में संवेदनशील होना होगा। यह धरती के लिए सबसे जरूरी है।”