लोगों को रोजगार के लिये कुछ विशेष सेक्टर चिह्नित करें : मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत


 





देहरादून, वैश्विक महामारा कोरोना वायरस (कोविड-19) के दृष्टिगत उत्तरखण्ड में रोजगार के अवसर बढ़ाने के लिए मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने गुरुवार को सचिवालय में अधिकारियों के साथ बैठक में कहा कि कुछ विशेष क्षेत्र चिह्नित किये जाएं, जिसमें लोगों को रोजगार उपलब्ध कराया जा सकता है।



श्री त्रिवेन्द्र ने कहा आवश्यकतानुसार विभिन्न क्षेत्रों में उपनल के माध्यम से भर्ती की जा सकती है। स्वास्थ्य, स्वच्छता एवं तकनीक के क्षेत्र में कार्मिकों की और तैनाती की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि उपनल के माध्यम से जो भी भर्ती की जायेगी, उसमें पूर्व सैनिकों एवं सैनिक आश्रितों को सबसे पहले प्राथमिकता दी जायेगी। यदि किसी क्षेत्र में पूर्व सैनिकों एवं सैनिक आश्रित की उपलब्धता नहीं हो पाती है, तब ही अन्य लोगों को उपनल के माध्यम से भर्ती की जायेगी। उन्होंने कहा कि नौकरी के लिए विभिन्न क्षेत्र चिह्नित होने के बाद उपनल द्वारा पंजीकरण की प्रक्रिया शुरू की जायेगी।



इसके लिए इस वित्त वर्ष के अन्त तक अर्थात 31 मार्च 2021 तक आवेदन किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि कुछ ऐसे क्षेत्र चिह्नित किये जाय, जिसमें समय की मांग एवं परिस्थितियों के अनुसार प्रदेशवासियों विशेषकर पूर्व सैनिकों एवं सैनिक आश्रितों एवं महिला समूहों को उपनल के माध्यम से कौशल विकास किया जा सकता है।



मुख्यमंत्री ने कहा कि कोविड-19 के दृष्टिगत प्रदेश के बड़े शहरों देहरादून एवं हल्द्वानी में वरिष्ठ नागरिकों, जो विभिन्न कारणों से अपने घर से बाहर निकलने में असमर्थ हैं। उनके लिए उपनल के माध्यम से मल्टी सर्विस सेंटर स्थापित किये जाय। उन्होंने कहा कि वरिष्ठ नागरिकों की सुविधा के लिए उपनल के माध्यम से उचित दरों पर सेवाएं दी जा सकती हैं। उपनल के माध्यम से सेवाएं देने पर सेवाकर्ता का पूरा रिकॉर्ड रहेगा। इससे लोगों में विश्वसनीयता भी बढ़ेगी।



बैठक में मुख्य सचिव उत्पल कुमार सिंह, अपर मुख्य सचिव राधा रतूड़ी, सचिव न्याय प्रेम सिंह खिमाल, सचिव वित्त अमित नेगी, अपर सचिव प्रदीप रावत, उपनल के प्रबंध निदेशक ब्रिगेडियर पी.पी.एस. पहावा (से.नि), निदेशक सैनिक कल्याण एवं पुनर्वास ब्रिगेडियर के.वी चन्द (से.नि) आदि उपस्थित थे।