वित्तविहीन शिक्षकों की आवाज बने अखिलेश यादव, सरकार से की ये मांग ?

लखनऊ, समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा है कि लाॅकडाउन होने से प्रदेश में पठन-पाठन का कार्य स्थगित है। स्कूल-कालेज बंद है। समाज का प्रत्येक वर्ग कोरोना से निपटने में जुटा हुआ है। जो भी चिकित्सीय और सरकारी दिशा निर्देश है उसका पालन करना सुनिश्चित किया गया है।


इस अवधि में राज्य के लाखों वित्तविहीन शिक्षक भी घर में बैठकर लाॅकडाउन के नियमों का पालन कर रहे हैं, उनके सामने भी आजीविका का संकट खड़ा हो गया है। वित्तविहीन शिक्षक वर्ग के वेतन भुगतान की राज्य सरकार ने अभी तक कोई व्यवस्था नहीं की हैं। वित्तविहीन शिक्षकों का एक-एक दिन चुनौतीपूर्ण हो गया है। इनके परिवार के भरण-पोषण का संकट आ गया है। यह भी ज्ञातब्य है कि उत्तर प्रदेश की शिक्षा व्यवस्था का यह वर्ग पूरी ईमानदारी, मेहनत से शिक्षा के क्षेत्र में निष्ठापूर्वक कार्यरत है। समाजवादी पार्टी की मांग है कि वित्तविहीन शिक्षकों को राहत पैकेज दिया जाना बहुत ही आवश्यक है। उनको समय से वेतन भी मिलना चाहिए।


अखिलेश यादव ने कहा है कि नौकरी पेशा लोगों, शिक्षकों तथा भूखे-प्यासे लाचार श्रमिकों के साथ उत्तर प्रदेश सरकार को भेदभाव नहीं करना चाहिए। उनके प्रति सरकार को मानवीय संवेदना का परिचय देते हुए न्याय करना चाहिए।