पालघर लिंचिंग के आरोपियों के नामों की लिस्ट जारी , सांप्रदायिक रंग देने वालों के मुंह पर बड़ा तमाचा ?




महाराष्ट्र के पालघर में हुई तीन लोगों की लिंचिंग की घटना के आरोपियों के नामों की लिस्ट जारी कर , महाराष्ट्र सरकार ने इस मामले में सांप्रदायिक एंगल देने वालों के मुंह पर बड़ा तमाचा जड़ा है। आरोपियों के नाम देखकर पता चलता है कि पालघर की घटना दो समुदायों से जुड़ी नहीं है और इस मामले में पीड़ित और अधिकतर आरोपी एक ही धर्म के लोग थे।



महाराष्ट्र के गृह मंत्री अनिल देशमुख ने आज एक ट्वीट किया है, जिसमें उन्होंने पालघर लिंचिंग घटना के आरोपियों के नामों की लिस्ट जारी की है। इस लिस्ट के साथ अनिल देशमुख ने कैप्शन में लिखा है कि ‘पालघर की घटना में अभी तक 101 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। खासकर यह लिस्ट वह उनके लिए जारी कर रहे हैं, जो इस घटना को सांप्रदायिक रंग देने में जुटे हैं।’



ANIL DESHMUKH@AnilDeshmukhNCP



The list of the 101 arrested in the #Palghar incident. Especially sharing for those who were trying to make this a communal issue..



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महाराष्ट्र के गृह मंत्री अनिल देशमुख ने फेसबुक के माध्यम से अपने संबोधन में कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि पालघर मामले पर सांप्रदायिकता की राजनीति हो रही है। उन्होंने कहा कि यह राजनीति करने का नहीं बल्कि मिलकर कोरोना वायरस से लड़ने का वक्त है।



इससे पहले, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे भी पालघर हिंसा में सांप्रदायिकता के एंगल को नकार चुके हैं। इस मामले को लेकर केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह और यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने भी उद्धव ठाकरे से बात की थी।



दरअसल, दो साधु और एक ड्राइवर को महाराष्ट्र के पालघर में बीते गुरुवार की देर रात करीब 200 लोगों की भीड़ ने मॉब लिंचिंग कर हत्या कर दी थी। । पुलिस के अनुसार, भीड़ ने इको वैन में बैठे दोनों साधु और उनके ड्राइवर को चोर समझकर उनकी पीट-पीटकर बेरहमी से हत्या कर दी। कासा पुलिस थाने के असिस्टेंट पुलिस इंस्पेक्टर आनंदराव काले ने कहा कि वैन नासिक से आ रही थी , गुस्साई भीड़ ने दधाडी-खानवेल रोड पर गधचिंचाले गांव के नजदीक उसे रोका। भीड़ ने पहले वैन रोककर सवाल पूछे और उसके बाद खींचकर उनकी पिटाई शुरू कर दी।



ड्राइवर ने किसी तरह पुलिस को कॉल किया और टीम मौके पर पहुंच गई। आनंद राव काले ने कहा, 'भीड़ में काफी संख्या लोग थे और हमने साधुओं और ड्राइवर को बचाने की कोशिश की लेकिन मॉब ने हम पर भी हमला किया और पत्थर फेंकने लगे। जिसका नतीजा ये हुआ कि तीनों ने पिटाई के चलते वहीं पर दम तोड़ दिया। मृतक की पहचान सुशील गिरी महाराज (35), चिकने महाराज कल्पवरुक्षगिरी और ड्राईवर नीलेश तेलगाडे के तौर पर हुई है।'पुलिस के अनुसार, तीन दिन में यह दूसरी ऐसी घटना है।